Read Hindi Poems - An Overview

अब तो कर देती है केवल फ़र्ज़ -अदाई मधुशाला।।६५।

नहीं जानता कौन, मनुज आया बनकर पीनेवाला,

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जलतरंग बजता, जब चुंबन करता प्याले को प्याला,

कौन अपिरिचत उस साकी से, जिसने दूध पिला पाला,

हमें नमक की ज्वाला में भी दीख पड़ेगी मधुशाला।।७५।

एकता मिटटी ने की तो इंट बनी, इंट ने की तो दिवार बनी, दिवार ने की तो घर बना, ये सब बेजान चीजें है, ये जब एक हो सकते है तो हम तो इन्सान ‍ ‍ ‍ है !!

और बढ़ा चल, पथिक, न तुझको दूर लगेगी मधुशाला।।८।

Poem Composition. How should a poem be divided into lines? ("At random" is the wrong answer to this question!) In this article you will discover some far better Thoughts about picking out the appropriate structure for the poem.

मधुरव से मधु की मादकता और बढ़ाती हौसला पर शायरी मधुशाला।।११।

किसी ओर मैं आँखें फेरूँ, दिखलाई देता प्याला,

बड़ी पुरानी, बड़ी नशीली नित्य ढला जाती हाला,

बैर बढ़ाते मस्जिद मन्दिर मेल कराती मधुशाला!।५०।

वहीं कुछ महान कवियों ने तो प्रकृति पर आए अपने सुंदर विचारों को बेहद खूबसूरत ढंग से कविताओं के माध्यम से बताने की कोशिश की है। उन्हीं कविताओं में से कुछ कविताएं हमने आपको उपलब्ध करवा रहे हैं, जिन्हें पढ़कर यकीनन आपको अच्छा महसूस होगा साथ ही कुदरत की महिमा भी समझने में आसानी है।

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